मेरे ब्लॉग साईट का नारा इंसान और इंसानियत अथवा मानव और मानवता हैं । बचपन से लिखने का शौक हैं । कभी कभी सोचकर लिखता हूँ । तो कभी कभी शब्द खुद ही जहन में आकर लिखने को मजबूर करते हैं । I am a simple reliable diligent honest true sensitive Tolerant polite gentle Emotional Self respecting and Compassionate person मैं एक सरल । विश्वसनीय । मेहनती । ईमानदार । सच्चा । संवेदनशील । सहनशील । विनमृ । कोमल । भावुक । स्वाभिमानी और दयावान व्यक्ति हूँ । I am a Bhojpuri,Hindi and English blog writer . i do not care what i write is right or wrong because i write from heart and heart is always right . I am a human and my religion and my work is to serve humanity . First I am a human , second an indian . I am proud to be a human . I am vivek human . My hobbies are listening music , watching movies , net surfing and chatting making friends . और इनका ब्लाग है - सर्व सेवा समाज । ब्लाग पर जाने हेतु नाम पर क्लिक करें ।
and know more About Me
I have interest in reading,writing,speaking, acting, singing dancing , driving , swimming and social works
My religion is to serve humanity. I know i am born in a hindhu family but i do not believe in religion, caste, region, langauge,colour etc. because i consider myself as a human.
I think I should be knowledge of three languages bhojpuri,hindi and english because bhojpuri is regional language and mother language, hindi is national language and english is international language.
1 मैं अपने जीवन में सिर्फ अपनी परिश्रम में विश्वास करता हूँ । और इसको अपनी सफलता का मूल मंत्र मानता हूँ । और माता पिता तथा ईश्वर के अशीर्बाद की कामना करता हूँ । यदि मुझे अपने जीवन में सफल होना है ।
2 मैं किसी की चापलूसी । चमचागिरी और जी हजुरी करके कामयाब होना नहीं चाहता । मैं इसके सख्त खिलाफ हूँ ।
3 न तो मैं हिंदू हूँ । न मुसलमान हूँ । न सिख हूँ । न ईसाई हूँ । न तो मैं राजपूत हूँ । न अहीर हूँ । न जाट हूँ । न गुज्जर हूँ । न तो मैं बिहारी हूँ । न बंगाली हूँ । न असमी हूँ । न गुजराती हूँ । मैं तो एक इन्सान हूँ । और इंसानियत ही मेरा धर्म है । और इंसान की सेवा ही मेरा कर्म हैं । ये मेरा सन्देश है ।
खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले । खुदा बन्दे से पूछे बता तेरी रजा क्या है ?
उध्मेना ही सिध्यन्ति कार्यनी न मनोरथै - सफलता । उधम । परिश्रम और प्रयास से प्राप्त होती हैं । केवल मन के चाहने से नहीं - किसी की पंक्ति
जो व्यक्ति जीवन में कुछ पाना चाहते हैं । यदि वे दृढ मत और एकाग्र चित हों । तो उन्होंने जो कुछ और जैसे भी चाहा था । उसे वे प्राप्त कर सकेंगे - एपीजे अब्दुल कलम की पुस्तक विसिओं 2020 से
न पूछो मेरी मंजिल कहा हैं । अभी तो सफ़र का इरादा किया है । न हारेंगे हौसला उमृ भर । हमने किसी और से नहीं । खुद से वादा किया है ।
winner's don't do different things, they do things differently ( from shiv khera's book jeet aapki-you can win )
राह पकड़ तू एक चलाचल पा जाऐगा मधुशाला ( by anyone )
--ooo--
ये पंक्तियाँ मुझे प्रेरणा देती हैं ।
जाने क्यों ऐसी होती हैं लड़कियाँ । नखरे कितने करती हैं लड़कियाँ ।
डाट पङी कि आंसू बहाती हैं लड़कियाँ । जाने क्यों ऐसी होती हैं लड़कियाँ ?
भाव बड़ा खाती हैं लड़कियाँ । बेकार की बातें करती हैं लड़कियाँ ।
दिलों से कितने खेलती हैं लड़कियाँ । चैट किसी से कॉल किसी को करती हैं लड़कियाँ ।
घमंड इतना क्यों करती हैं लड़कियाँ । कितने बहाने बनाती हैं लड़कियाँ ।
मजाक किसी से प्यार किसी को करती हैं लड़कियाँ । जाने ऐसे सितम क्यों करती हैं लड़कियाँ ?
सुन्दरता के पीछे भागती हैं लड़कियाँ । दोस्ती करके निभाती नहीं लड़कियाँ ।
ऐसे ये क्यों होती हैं लड़कियाँ ? नखरे कितने करती हैं लड़कियाँ ।
जाने क्यों ऐसी होती हैं लड़किया ?
- मैं ये ब्लॉग लिखकर लडकियों की भावनाओ को चोट नहीं पहुँचाना चाहता । मैं तो इस ब्लॉग के माध्यम से उन थोङी लडकियों को सन्देश देना चाहता हूँ । जो इस तरह के कार्य करती हैं ( सुन्दरता पर घमंड । दिलो से खिलवाड़ । विश्वासघात इत्यादि ) मैं पूनम जी । अंजू जी । ज्योति गुप्ता जी और ममता जी का शुक्रिया अदा करता हूँ । जिन्होंने ये सुझाव मुझे दिया । आप सबका धन्यवाद
--ooo--
I have nothing but I have character.
glad I am, because I have good conduct
according to a saying character is lost everything is lost.
it's right I am giving you an example.
when you make stupid thing,
you feel bad after doing this thing,
except this if you do well ,you feel better.
try to do well ,I say to you you will feel better.
our all activities are related to our character and conduct,
when we will die ,people will not remember us,
they will remember our good works,,
and these good works make our good character and conduct,
I have nothing but I have character.
glad I am, because I have good conduct,,