Thursday 4 October 2012

बाकी क्या बतायें लगे हुए हैं


ब्लागर परिचय में आज आपका परिचय फ़रीदाबाद हरियाणा के कवि और ब्लागर प्रभात परवाना से ।
इनका शुभ नाम है - प्रभात परवाना । और इनकी Industry है - Non Profit और इनका
Occupation है - crime reporter और इनकी Location है - faridabad, harayana, India प्रभात जी अपने Introduction में कहते हैं - हिंदी साहित्य की तरफ रुझान शुरू से ही था । प्रारम्भिक और माध्यमिक शिक्षा ग्रहण करते हु्ये साहित्यिक झुकाव प्रबल होता गया । टूटी फूटी कलम से टूटा फूटा लिख लेता था । और जब टूट कर लिखता था । उस पर टूट कर पड़ते थे लोग । कालेज के दिनों में समाज सेवा में कदम रखा । कलम भी परिपक्व होती गयी । लोगों का इतना प्यार

मिला कि - देश भर के बड़े बड़े मंचो पर मौका मिला । बाकी क्या बतायें ? लगे हुए हैं । चल पड़े हैं । तो मंजिल को पा जायेंगे । और इनका Interests है - to remove corruption from india और to create a peaceful india और to serve society और to aware people about right to information act और to aware people about human rights और इनकी Favourite Films हैं - जो संस्कृति का ज्ञान देती हो और इनका ब्लाग है - सिर्फ़ दीवानों के लिये । ब्लाग पर जाने हेतु नाम पर क्लिक करें ।
और इनका Favourite Music है - जो आध्यात्म से भरा हो । और इनकी Favourite Books हैं - गीता । मैं कौन हूँ ?
- आगे बढ़ने से पहले चेतावनी - मैं 18 वर्ष का हूँ / मैं 18 वर्ष की हूँ । और पूर्णता परिपक्व हूँ । और अपने पूरे होश ओ हवास में यह कबूल करता/करती हूँ कि - इस ब्लाग को पढने का निर्णय मैं खुद अपनी इच्छा से ले रहा/रही हूँ । यदि इस ब्लॉग को पढने के बाद के बाद मुझे किसी अपने की याद आती है । या मेरी मानसिक स्थिति में कोई बदलाव आता है । तो इसका जिम्मेदार मैं खुद होऊँगा/ होऊँगी । ध्यान रहे । ये ब्लाग उन सभी के लिये है । जिन्होंने अपने जीवन में किसी से भी दिल से प्यार किया है । चाहे वो देश हो । समाज हो । या कोई प्रेमिका । 
- मुझे ये कसमें क्यों खानी पड़ रही है ? हुआ ये कि - ब्लाग को लगभग 80 000 लोगों ने पढ़ा । अब एकाध किसी ऐसी लड़की ने पढ़ लिया । जिसका मित्र जिसे आजकल की भाषा में शायद बाय फ्रैंड कहते हैं । उसने उसे छोड़ दिया था । पता नहीं । उस लड़की ने ऐसी कौन सी कविता पढ़ ली । वो बीमार हो गयी ।

उसके किसी मित्र का मेरे पास फ़ोन आया । बोला - आपकी वजह से हुआ है ? अब बताओ । मेरा क्या कसूर ? ये तो वही बात हुई ना कि - बाबा रामदेव की दवाई खाकर एक व्यक्ति का गला जाम हो गया । अरे भाई ! लाखो लोग ठीक हुये । वो कुछ नहीं । यहाँ ब्लॉग पर 80 000 लोग आये । अब 1 को कुछ हो गया । तो मेरे ऊपर नाम डाल दिया । तो सबसे अच्छा लगा ये तरीका कि - पहले आप कसमें खाईये । तब आगे जाईये । कल को मुझ पर नाम ना आये । वैसे आप लोगों का इतना प्यार पाकर खुद को धन्य महसूस करता हूँ । आप लोगों से 1 शिकायत है । भाई ! 1 साल में हज़ारों लोगों ने ब्लाग पढ़ा । लेकिन अपने कीमती समय में से 2 मिनट फोलो करने के लिए नहीं निकाले । आपसे अनुरोध करता हूँ । ब्लॉग फोलो और अपने दोस्तों से भी शेयर किया करो । अच्छा अब आप लोग ब्लाग पर जाओ ।
ज्यादा जानकारी के लिए वेबसाइट देखे - http://www.prabhatkumarbhardwaj.webs.com/
- सभी जानकारी प्रभात जी के ब्लाग - सिर्फ़ दीवानों के लिये  से साभार । क्लिक करें । 

आवश्यक सूचना

इस ब्लाग में जनहितार्थ बहुत सामग्री अन्य बेवपेज से भी प्रकाशित की गयी है, जो अक्सर फ़ेसबुक जैसी सोशल साइट पर साझा हुयी हो । अतः अक्सर मूल लेखक का नाम या लिंक कभी पता नहीं होता । ऐसे में किसी को कोई आपत्ति हो तो कृपया सूचित करें । उचित कार्यवाही कर दी जायेगी ।