Thursday 24 February 2011

नये ब्लागर्स के लिये उपयोगी सुझाव ।

एक अनुमान के मुताबिक इस समय औसतन 20 के लगभग नये ब्लाग प्रतिदिन हिन्दी ब्लाग जगत में नियमित रुप से शामिल हो रहे हैं । इनमें कई ब्लाग-लेखक बेहतरीन शैली में अपनी सोच को अपने लेखन के द्वारा अभिव्यक्त करने में पूर्ण सक्षम भी दिखते हैं । लेकिन अधिकांशतः इन नये ब्लाग्स की जानकारियां आगे नहीं आ पाने के कारण दो-चार पोस्ट के बाद ये गुमनामी के अंधकार में खो भी जाते हैं । ऐसा शायद इसलिये होता हो कि या तो ये ब्लागर्स ब्लाग बनाने और पोस्ट लिख लेने के बाद यह सोचकर बैठ जाते हैं कि पाठक स्वमेव आते रहेंगे । और हमारे लिखे को पढकर सराहना करते रहेंगे । या फिर वे समझ ही नहीं पाते हैं कि इसके आगे क्या कैसे किया जाना चाहिये ? यदि आप भी इस ब्लाग-जगत में नये हैं । तो अपनी असमंजस की इस स्थिति को इस आलेख अब इसके बाद क्या ?..और कैसे ? पर क्लिक करके समझने का प्रयास कर सकते हैं । मेरी समझ में नये की परिभाषा में वे ब्लाग्स तो आते ही हैं । जो अभी महीने । बीस दिन । या दो-चार दिन पहले ही बने हैं । किन्तु वे ब्लाग्स भी आते हैं । जो भले ही वर्ष भर से चल रहे हों । किन्तु अभी तक उन पर पाठक हिट्स संख्या 1 000 तक । या उनके फालोअर्स की संख्या 12-15 तक भी नहीं पहुँच सकी हो । यदि आप अपने ब्लाग के साथ इन दोनों में से किसी भी स्थिति में यहाँ हैं । तो आगे की यात्रा को सहजतापूर्वक जारी रखने के लिये इन सुझावों पर अमल करके देखिये ।

1 अपने ब्लाग को विभिन्न एग्रीगेटर्स में शामिल करवाएं ।
एग्रीगेटर ही वो माध्यम हैं । जहाँ हर ब्लाग लेखक अपनी ब्लाग-पोस्ट की प्रोग्रेस देखते रहने के साथ ही दूसरों के ब्लाग्स में इस समय नया क्या पढने के लिये उपलब्ध है । ये जानने के लिये प्रायः बारबार आते रहते हैं । यदि वहाँ आपका ब्लाग भी दर्ज रहेगा । तो न सिर्फ वो स्वमेव ही अन्य पाठकों की जानकारी में आता रहेगा । बल्कि वहाँ आपको भी विभिन्न विषयों यथा राजनीतिक । सामाजिक । भौगोलिक । विज्ञान । स्वास्थ्य । हास्य व्यंग्य और अन्य अनेकानेक विधाओं पर उपलब्ध आलेख । कविताएं । कहानियां ऐसे सभी तरह के ब्लागपोस्टों के बारे में ताजातरीन जानकारियां मिलती रहेंगी । व लोकप्रिय ब्लाग्स लोकप्रिय क्यों हैं ? इन कारणों को भी आप वहाँ नोट करते हुए व उनका अनुसरण करते हुए अपने ब्लाग को भी लोकप्रियता की दौड में आगे बनाये रखने का प्रयास आसानी से कर सकेंगे । ब्लागलेखन की इस दुनिया में हजारों हजार लोग अपने इस जुडाव के साथ क्या-क्या लाभ देखते हैं ? इसका रोचक वर्णन आप इस पूर्व पोस्ट ब्लागिंग तेरे लाभ अनेक...। को माउस क्लिक करके पढकर समझ सकते हैं । मैं यहाँ कुछ लोकप्रिय हिन्दी ब्लाग एग्रीगेटर्स की लिंक प्रस्तुत कर रहा हूँ । आप सिर्फ माउस क्लिकिंग के द्वारा यहाँ तक आसानी से पहुँच सकते हैं । और अपने ब्लाग को यहाँ पंजीकृत । रजिस्टर्ड । करवा सकते हैं । इनमें प्रमुख हैं । हमारीवाणी ।  अपना ब्लाग । ब्लागप्रहरी । ब्लाग परिवार । ब्लागकूट । हिंदी इंडली इत्यादि ।  इसके अलावा यदि आपके लिये संभव हो सके । तो अपने ब्लाग को गूगल व इस जैसे सर्च इंजन में भी अवश्य दर्ज करवाएँ ।
2 अपनी रुचि के ब्लाग को फालो अवश्य करें ।
जब आप किसी ब्लाग को फालो करते हैं । तो आपको उससे दो तात्कालिक लाभ मिलते हैं । 1 जिस ब्लाग को आपने फालो किया है । संभवतः वह ब्लागलेखक भी सौजन्यता व शिष्टाचार के नाते आपके ब्लाग को फालो कर लें । ( यद्यपि ऐसा हमेशा नहीं होता ) और 2 जिस भी ब्लाग को आपने फालो किया है । उस पर कोई भी नई पोस्ट प्रसारित होते ही आपको अपने डेशबोर्ड पर तत्काल उसकी जानकारी मिल जाती है कि मेरे पसंदीदा ब्लाग में इस समय नया क्या छपा है ?  यह याद रखें कि इस क्षेत्र में आगे आने के लिये आप अपनी पसन्द के ब्लाग्स को फालो करने में पीछे न रहें । क्योंकि न सिर्फ इसमें आपका कोई खर्चा नहीं होता । बल्कि आपका फोटो निरन्तर उस लोकप्रिय ब्लाग पर दिखते रहने के कारण अन्य अनेक हिन्दीभाषी ब्लाग लेखक व पाठक आपको भी आसानी से पहचानने लगते हैं । जिसका लाभ आपको आगे तक मिलता रहता है । एक और महत्वपूर्ण बात । जब भी आप किसी ब्लाग को फालो करें । तो सिर्फ फालो करके ही न आ जावें । बल्कि अनिवार्य रुप से एक टिप्पणी ( चाहे वह राम राम ही क्यों न हो ) अवश्य लिखकर आवें । क्योंकि सिर्फ फालोअर्स लिस्ट के फोटो से वह ब्लागलेखक यदि चाहें । तो भी आपके ब्लाग तक नहीं पहुँच पावेंगे । लेकिन फालोअर्स लिस्ट के साथ ही आपकी टिप्पणी के आधार पर वो तत्काल आपके ब्लाग पर पहुँच जावेंगे । और यदि वे चाहेंगे । तो आपके  ब्लाग को आसानी से फालो भी कर लेंगे ।
3  अधिक से अधिक ब्लाग लेखों पर अपनी टिप्पणियां दें ।
ब्लाग-जगत में सफलता का बहुत-बडा मापदंड ये देखने में आता है कि आपके ब्लाग पोस्ट पर कितनी टिप्पणियां आ रही हैं । और यही कारण है कि अक्सर लोग अपने ब्लाग पर टिप्पणी देने वाले ब्लागलेखक को उसके ब्लाग पर भी टिप्पणी देते रहने की आवश्यक औपचारिकता की पूर्ति करते दिखाई देते हैं । लोकप्रियता की इस दौड में टिप्पणियों के महत्व को समझने के लिये आप टिप्पणियों की अनिवार्यता और माडरेशन का नकाब ? लेख पर माउस क्लिक करके एक नजर अवश्य डालें । अब यदि आप अधिक से अधिक ब्लाग-पोस्ट पर टिप्पणी देने जाते हैं । तो स्वाभाविक रुप से आपके ब्लाग पर भी टिप्पणियों का क्रम धीरे धीरे बढना चालू हो जाता है । और आप व आपका ब्लाग इस माध्यम से ब्लागजगत में परिचित होते हुए अपना स्थान सुरक्षित रखने में कामयाब होते चले जाते हैं । इसलिये अधिक से अधिक ब्लाग्स पर आप न सिर्फ अपनी टिप्पणी दें । बल्कि प्रारम्भ में उस टिप्पणी के साथ अपने ब्लाग की URL Link देते हुए सम्बन्धित ब्लागर्स को अपने ब्लाग पर टिप्पणी देने के लिये आमंत्रित भी करते रहैं ।
4 रोचक व पठनीय शैली में अपनी पोस्ट प्रकाशित करें ।
अपने मनपसन्द विषय पर मौलिक शैली में एक नियमित अंतराल पर अपने ब्लाग पर पोस्ट के प्रकाशन का सिलसिला बनाये रखें । जितनी सुनियोजित आपके ब्लाग पर पोस्ट की निरन्तरता बनी रहेगी । उतना ही व्यवस्थित तरीके से आपके पाठकों का आपके ब्लाग से जुडाव बना रह सकेगा । अपनी ब्लाग पोस्ट लिखने के लिये उपयोगी सुझाव समझने हेतु । तरीका  ब्लाग लिखने का । नामक इस पोस्ट को भी एक बार अवश्य पढें । निश्चय ही इसमें प्रस्तुत सुझाव आपका पर्याप्त मार्गदर्शन कर सकेंगे ।
5 जागरुकता बनाये रखने के लिये अपने ब्लाग पर काउन्टर मीटर लगावें ।
अपने ब्लाग पर पाठकों की आवाजाही पर नजर रखने के लिये काउन्टर मीटर अवश्य लगावें । और हर अगले महीने में पिछले महीने से अधिक पाठक आपके ब्लाग पर आ सकें । ऐसा अपना लक्ष्य अपनी नियमित सक्रियता के द्वारा बनाये रखने का प्रयास करें । काउन्टर मीटर की गैर मौजूदगी में अपने डेशबोर्ड पर " आंकडे " कालम पर नियमित अंतराल पर नजर रखते रहें ।
  
यदि आप उपरोक्त तरीकों को अमल में लाते रहेंगे । तो निश्चय ही आप अपने ब्लाग को लोकप्रियता की दौड में न सिर्फ आगे बनाये रख सकने में सफल हो सकेंगे । बल्कि इससे उपजी संतुष्टि जो आप महसूस करेंगे । उसका पूर्व अवलोकन करने हेतु आप इस लिंक को क्लिक करके ब्लाग-जगत की ये विकास-यात्रा..। लेख भी अवश्य पढें ।
जैसे व्यापार जगत में अपना माल बेचते रहने के लिये पुराने लोगों का एक मुहावरा सुनने में आता रहता है कि " दिखेगा तो बिकेगा " बडी-बडी कम्पनियां भी इसी सिद्धान्त के तहत लाखों करोडों रुपये विज्ञापन में लगाकर टीवी । रेडियो । समाचार-पत्र आदि माध्यमों में स्वयं के उत्पादों को दिखाती रहती हैं । और सफलता के पथ पर आगे की ओर बढते रहती हैं । वैसे ही आप भी इस ब्लाग-जगत में  विभिन्न एग्रीगेटर्स में । सर्च इंजिन में । समर्थक । फालोअर्स । सूची में । टिप्पणी बाक्स में और नियमित अंतराल में अपने ब्लाग्स पर नये-नये लेखों के द्वारा दिखते रहने के क्रम में बने रहकर " शून्य से शिखर तक की " अपनी इस ब्लाग-यात्रा में सफलता की ओर निरन्तर आगे बढते रह सकते हैं ।
**साभार नजरिया ब्लाग से । ऐसी उत्तम पोस्ट के लिये सुशील जी को हार्दिक धन्यवाद । आप इस पोस्ट को यहाँ और सुशील जी द्वारा लिखित अन्य सुझाव यहाँ देख सकते हैं ।

आवश्यक सूचना

इस ब्लाग में जनहितार्थ बहुत सामग्री अन्य बेवपेज से भी प्रकाशित की गयी है, जो अक्सर फ़ेसबुक जैसी सोशल साइट पर साझा हुयी हो । अतः अक्सर मूल लेखक का नाम या लिंक कभी पता नहीं होता । ऐसे में किसी को कोई आपत्ति हो तो कृपया सूचित करें । उचित कार्यवाही कर दी जायेगी ।