Friday 22 May 2015

अगर किसी को कैंसर हो

मेघा शाह ( 40 साल ) एक अकाउंटेंट हैं । और अमेरिका में रहती हैं । उन्हें उस समय झटका लगा । जब डाक्टर्स ने बताया कि - उन्हें कैंसर है । मेघा को लगा कि अचानक उनकी जिंदगी तहस नहस हो गई । इसके बाद कुछ ऐसा चमत्कार हुआ । जिसकी मेघा को उम्मीद नहीं थी । सात हफ्तों के अंदर ही मेघा के ट्यूमर का साइज छोटा होने लगा । अभी डाक्टर्स का कहना है कि उनका कैंसर धीरे धीरे ठीक हो रहा है । क्या आपको पता है कि किस जादुई दवा से मेघा का कैंसर ठीक हो रहा है ? वह जादुई दवा हैृ - हल्दी ।
जी हां, हल्दी में कैंसर को खत्म करने के चमत्कारिक गुण हैं । मेघा को 10 हफ्तों तक हर रोज 10 ग्राम हल्दी अपने खाने में इस्तेमाल करने की सलाह दी गई । इसका नतीजा यह हुआ कि उनकी हेल्थ में बहुत जल्द सुधार आने लगा । यहां तक कि उन्हें कीमोथेरेपी की जरूरत भी नहीं पड़ी । इस
समय वह एक खुशहाल और हेल्दी जिंदगी जी रही हैं ।
इंडियन ओरिजिन के डॉ. भरत अग्रवाल ने कैंसर के इलाज के लिए एक Lessons to be learnt about curcumin from clinical trials नाम से एक स्टडी की है ।
मेघा शाह भी उस स्टडी का हिस्सा बनीं । डॉ. अग्रवाल ने अपने रिसर्च के नतीजों को गुजरात कैंसर एण्ड रिसर्च इंस्टीटयूट ( GCRI ) में पेश किया । उन्होंने बताया कि अमेरिका में रह रहे 100 लोगों पर यह स्टडी की गई ।
इलाज के दौरान उन्हें अपने खाने में हल्दी का ज्यादा इस्तेमाल करने की सलाह दी । डॉ. अग्रवाल ने कहा कि - रिसर्च में यह बात सामने आई कि हल्दी के इस्तेमाल से कैंसर के रोगियों को काफी फायदा पहुंचाया जा सकता है ।
source- http://navbharattimes.indiatimes.com/…/article…/45348056.cms
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कैंसर बहुत तेज़ी से बढ रहा है इस देश में । हर साल बीस लाख लोग कैंसर से मर रहे हैं । और हर साल नए Cases आ रहे हैं । और सभी डाक्टर्स हाथ पैर डाल चुके हैं ।
राजीव भाई की एक छोटी सी विनती है - याद रखना कि.. कैंसर के patient को कैंसर से death नहीं होती है । जो treatment दिया जाता है । उससे death होती है । 
माने कैंसर से जादा खतरनाक कैंसर का treatment है । Treatment कैसा है ? आप सभी जानते है । Chemotherapy दे दिया, Radiotherapy दे दिया, Cobalt-therapy दे दिया ।

इसमें क्या होता है कि शरीर की जो प्रतिरक्षक शक्ति है Resistance वो बिलकुल ख़त्म हो जाते हैं । जब Chemotherapy दिए जाते हैं । ये बोल कर कि हम कैंसर के सेल को मारना चाहते हैं । तो अच्छे सेल भी उसी के साथ मर जाते हैं । राजीव भाई के पास कोई भी रोगी जो आया Chemotherapy लेने के बाद । वे उनको बचा नहीं पाए । लेकिन इसका उल्टा भी रिकार्ड है । राजीव भाई के पास बिना Chemotherapy लिए हुए कोई भी रोगी आया Second & third Stage तक वो एक भी नही मर पाया अभी तक ।

मतलब क्या है Treatment लेने के बाद । जो खर्च आपने कर दिया वो तो गया ही । और रोगी भी आपके हाथ से गया । डॉक्टर आपको भूलभुलैया में रखता है । अभी 6 महीने में ठीक हो जायेगा 8 महीने में ठीक हो जायेगा । लेकिन अंत में वो जाता ही है । कभी हुआ नही है कि Chemotherapy लेने के बाद कोई बच पाया हो । आपके घर परिवार में अगर किसी को कैंसर हो जाये । तो ज्यादा खर्चा मत करिए । क्योंकि जो खर्च आप करेंगे । उससे मरीज का तो भला नहीं होगा । उसको इतना कष्ट होता है कि आप कल्पना नहीं कर सकते ।

उसको जो injections दिए जाते हैं । जो Tablets खिलाई जाती है । उसको जो Chemotherapy दी जाती है । उससे सारे बाल उड़ जाते है । भ्रू के बाल उड़ जाते है । चेहरा इतना डरावना लगता है कि पहचान में नहीं आता - ये अपना ही आदमी है । इतना कष्ट क्यों दे रहे हो उसको ? सिर्फ इसलिए कि आपको एक अहंकार है कि आपके पास बहुत पैसा है । तो Treatment करा के ही मानूंगा । होता ही नही है वो । और आप अपनी आस पड़ोस की बातें ज्यादा मत सुनिए । क्योंकि आजकल हमारे Relatives बहुत Emotionally Exploit करते हैं । घर में किसी को गंभीर बीमारी हो गयी । तो जो रिश्तेदार हैं । वो पहले आके कहते हैं - अरे All India नही ले जा रहे हो ? PGI नही ले जा रहे हो ? Tata Institute बम्बई नही ले जा रहे हो ? आप कहोगे नही ले जा रहा हूँ । मेरे घर में ही चिकित्सा .... अरे तुम बड़े कंजूस आदमी हो । बाप के लिए इतना भी नहीं कर सकते । माँ के लिए इतना नहीं कर सकते ।
ये बहुत खतरनाक लोग होते हैं । हो सकता है कई बार वो Innocently कहते हों । उनका intention ख़राब नही होता हो । लेकिन उनको Knowledge कुछ भी नही है । बिना Knowledge के वो suggestions पे suggestions देते जाते हैं  । और कई बार अच्छा खासा पड़ा लिखा आदमी फंसता है । उसी में .. रोगी को भी गंवाता है । पैसा भी जाता है ।

कैंसर के लिए क्या करे ? हमारे घर में कैंसर के लिए एक बहुत अच्छी दवा है । अब डॉक्टर ने मान लिया है । पहले तो वे मानते भी नहीं थे ।
एक ही दुनिया में दवा है Anti-Cancerous उसका नाम है - हल्दी । हल्दी कैंसर ठीक करने की ताकत रखता है । हल्दी में एक केमिकल है । उसका नाम है - कर्कुमिन ( Carcumin ) और ये ही कैंसर cells को मार सकता है । बाकि कोई केमिकल बना नहीं दुनिया में । और ये भी आदमी ने नहीं भगवान ने बनाया है । हल्दी जैसा ही कर्कुमिन और एक चीज में है । वो है - देशी गाय के मूत्र में । गोमूत्र माने देशी गाय के शरीर से निकला हुआ सीधा सीधा मूत्र । जिसे सूती के आट परत की कपड़ों से छान कर लिया गया हो । तो देशी गाय का मूत्र अगर आपको मिल जाये । और हल्दी आपके पास हो । तो आप कैंसर का इलाज आसानी से कर पायेंगे । अब देशी गाय का मूत्र आधा कप और आधा चम्मच हल्दी दोनों मिला के गरम करना । जिससे उबाल आ जाये । फिर उसको ठंडा कर लेना । Room Temperature में आने के बाद रोगी को चाय की तरह पिलाना है । चुस्किया ले ले के सिप कर कर । 
एक और आयुर्वेदिक दवा है - पुनर्नवा । जिसको अगर आधा चम्मच इसमें मिलायेंगे । तो और अच्छा result आयेगा । ये Complementary है । जो आयुर्वेद के दुकान में पाउडर या छोटे छोटे पीसेस में मिलती है ।

इस दवा में सिर्फ देशी गाय का मूत्र ही काम में आता है । जर्सी का मूत्र कुछ काम नहीं आता । और जो देशी गाय काले रंग का हो । उसका मूत्र सबसे अच्छा परिणाम देता है इन सबमें । इस दवा को ( देशी गाय की मूत्र, हल्दी, पुनर्नवा ) सही अनुपात में मिला के उबाल के ठंडा करके कांच की पात्र में स्टोर करके रखिये । पर बोतल को कभी फ्रिज में मत रखिये । धूप में मत रखिये । ये दवा कैंसर के सेकंड स्टेज में । और कभी कभी थर्ड स्टेज में भी, बहुत अच्छे परिणाम देते हैं । जब स्टेज थर्ड क्रोस करके फोर्थ में पहुंच गया । तब रिजल्ट में प्रॉब्लम आती है । और अगर अपने किसी रोगी को Chemotherapy वगैरह दे दिया । तो फिर इसका कोई असर नहीं आता । कितना भी पिला दो । कोई रिजल्ट नहीं आता । रोगी मरता ही है । आप अगर किसी रोगी को ये दवा दे रहे हैं । तो उसे पूछ लीजिये । जान लीजिये । कहीं Chemotherapy शुरु तो नहीं हो गयी ? अगर शुरु हो गयी है । तो आप उसमें हाथ मत डालिए । जैसा डॉक्टर करता है । करने दीजिये । आप भगवान से प्रार्थना कीजिये उसके लिए .. इतना ही करें । और अगर Chemotherapy स्टार्ट नही हुई है । और उसने कोई ऐलोपैथी treatment शुरु नहीं किया । तो आप देखेंगे इसके Miraculous रिजल्ट आते हैं । ये सारी दवाई काम करती है बॉडी के resistance पर । हमारी जो vitality है । उसको improve करता है । हल्दी को छोड़कर गोमूत्र और पुनर्नवा शरीर के vitality को improve करती है । और vitality improve होने के बाद कैंसर cells को control करते हैं ।

तो कैंसर के लिए आप अपने जीवन में इस तरह से काम कर सकते हैं । इसके अलावा भी बहुत सारी मेडिसिन्स हैं । जो थोड़ी complicated हैं । वो कोई बहुत अच्छा डॉक्टर या वैद्य उसको हैंडल करे । तभी होगा । आपसे अपने घर में नहीं होगा । इसमें एक सावधानी रखनी है कि गाय के मूत्र लेते समय वो गर्भवती नहीं होनी चाहिए । गाय की जो बछड़ी है । जो माँ नही बनी है । उसका मूत्र आप कभी भी use कर सकते हैं ।

ये तो बात हुई कैंसर के चिकित्सा की । पर जिन्दगी में कैंसर हो ही न । ये और भी अच्छा है जानना । तो जिन्दगी में आपको कभी कैंसर न हो । उसके लिए एक चीज याद रखिये कि हमेशा जो खाना खाए । उसमें डालडा तो नहीं है ? उसमे refined oil तो नहीं है ? ये देख लीजिये । दूसरा जो भी खाना खा रहे हैं । उसमे रसेदार हिस्सा ज्यादा होना चाहिए । जैसे छिलके वाली दालें, छिलके वाली सब्जियां खा रहे हैं । चावल भी छिलके वाली खा रहे हैं । तो बिलकुल निश्चिन्त रहिये कैंसर होने का कोई चान्स नहीं है ।
और कैंसर के सबसे बड़े कारणों में से दो तीन कारण हैं । एक तो कारण है - तम्बाकू । दूसरा है - बीड़ी और सिगरेट और गुटका । ये चार चीजों को तो कभी भी हाथ मत लगाईए । क्योंकि कैंसर के maximum cases इन्ही के कारण है पुरे देश में ।
कैंसर के बारे में सारी दुनिया एक ही बात कहती है । चाहे वो डॉक्टर हो experts हो Scientist हो कि इससे बचाव ही इसका उपाय है ।

महिलाओं को आजकल बहुत कैंसर है uterus में गर्भाशय में, स्तनों में । और ये काफी तेजी से बढ रहा है .. Tumour होता है । फिर कैंसर में convert हो जाता है । तो माताओं को बहनों को क्या करना चाहिए । जिससे जिन्दगी में कभी Tumour न आये ? आपके लिए सबसे अच्छा prevention है कि जैसे ही आपको आपके शरीर के किसी भी हिस्से में unwanted growth ( रसोली, गांठ ) का पता चले । तो जल्द ही आप सावधान हो जाईये । हालांकि सभी गांठ और सभी रसोली कैंसर नहीं होती है 2-3% ही कैंसर में convert होती है । लेकिन आपको सावधान होना तो पड़ेगा । माताओं को अगर कहीं भी गांठ या रसोली हो गयी । जो non-cancerous है । तो जल्दी से जल्दी इसे गलाना । और घोल देने का दुनिया में सबसे अच्छी दवा है - चूना । 
चूना वही जो पान में खाया जाता है । जो पुताई में इस्तेमाल होता है । पान वाले की दुकान से चूना ले आइये । उस चूने को कनक के दाने के बराबर रोज खाइये । इसको खाने का तरीका है - पानी में घोल के पानी पी लीजिये । दही में घोल के दही पी लीजिये । लस्सी में घोल के लस्सी पी लीजिये । दाल में मिला के दाल खा लीजिये । सब्जी में डाल के सब्जी खा लीजिये । पर ध्यान रहे पथरी के रोगी के लिए चूना वर्जित है ।
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अगर किसी को कैंसर हो । तो उसकी जो भी दवाएं कैंसर की चल रही हैं । चलने दें । और वह साथ में शीशम के पेड के पत्तों का जूस भी दस से पंद्रह दिनों तक लें । और उसके बाद शीशम के पत्ते को चबाना हर रोज शुरू करें । देखते देखते ही आपको कैंसर के मरीज के अंदर शानदार बदलाव आने दिखने लगेगें । और यह बीमारी खत्म हो जाती है । 

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