Friday, 30 September 2011

अगर हम चाहें तो कुछ भी असंभव नहीं - मीनाक्षी पन्त

अब आईये । मीनाक्षी जी के बारे में कुछ जानें -
दिल्ली । भारत की रहने वालीं मीनाक्षी पन्त जी का ख्याल अपने विचारों की खुशबू द्वारा सबको प्रेरित करना ही है । उनका लिखने का उद्देश्य अपने लिये कुछ नहीं है । उनका मानना है । लेखन में कोई न कोई सामाजिक संदेश निहित होना ही चाहिये । तभी लेखन उद्देश्य पूर्ण और सार्थकता युक्त होता है । वास्तव में उनके ब्लाग नाम के अनुसार - दुनियाँ रंग रंगीली ही है । तब सभी के जीवन में खुशियों के रंग बिखेरने का ही प्रयास होना चाहिये । बिलकुल मीनाक्षी जी आपका सोचना एकदम सही है । और मेरे ख्याल से हरेक को ही ऐसा सोचना चाहिये । मीनाक्षी जी अपने बारे में कहती हैं - मेरा अपना परिचय आप सबसे है । जो जितना समझ पायेगा । वो उसी नाम से पुकारेगा । हाँ मेरा उद्देश्य अपने लिए कुछ नहीं । बस मेरे द्वारा लिखी बात से कोई न कोई सन्देश देते रहना है कि ज्यादा नहीं । तो कम से कम किसी एक को तो सोचने पर मजबूर कर सके कि हाँ अगर हम चाहें । तो कुछ भी कर पाना असंभव नहीं । और मेरा लिखना सफल हो जायेगा कि मेरे प्रयत्न और उसके हौसले ने इसे सच कर दिखाया । इनका ब्लाग - दुनियाँ रंग रंगीली
सभी विवरण मीनाक्षी जी के ब्लाग से साभार । ब्लाग पर जाने हेतु क्लिक कीजिये ।

आवश्यक सूचना

इस ब्लाग में जनहितार्थ बहुत सामग्री अन्य बेवपेज से भी प्रकाशित की गयी है, जो अक्सर फ़ेसबुक जैसी सोशल साइट पर साझा हुयी हो । अतः अक्सर मूल लेखक का नाम या लिंक कभी पता नहीं होता । ऐसे में किसी को कोई आपत्ति हो तो कृपया सूचित करें । उचित कार्यवाही कर दी जायेगी ।